आध्यात्मिक साहित्य की कालजयी कृति, योगी कथामृत (Autobiography of a Yogi) परमाहंस योगानंद की अद्भुत जीवन यात्रा को प्रस्तुत करती है। यह पुस्तक केवल एक आत्मकथा नहीं, बल्कि योग, ध्यान और भारतीय आध्यात्मिक परंपरा का गहन परिचय भी है। इसमें योगानंद जी के जीवन के चमत्कारी अनुभव, महान संतों से हुई मुलाकातें और क्रिया योग की दिव्य विधियों का वर्णन किया गया है। यह पुस्तक आत्मबोध, आंतरिक शांति और ईश्वर प्राप्ति के मार्ग पर चलने वालों के लिए एक अमूल्य रत्न है।
योग और ध्यान के प्रति रुचि रखने वाले पाठकों के लिए यह एक प्रेरणादायक ग्रंथ है, जो आध्यात्मिक विकास के मार्ग को रोशन करता है। इस पुस्तक में आत्मा, ब्रह्मांड और ईश्वरीय चेतना से जुड़े रहस्यों को सरल भाषा में समझाया गया है। यह न केवल आध्यात्मिकता के जिज्ञासु पाठकों को मार्गदर्शन प्रदान करती है, बल्कि जीवन में संतुलन, शांति और आनंद प्राप्त करने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम भी है। योगी कथामृत एक ऐसी पुस्तक है जो हर पाठक के हृदय में गहरी छाप छोड़ती है और उन्हें अपने भीतर झांकने की प्रेरणा देती है।